भाग्यचक्र उज्जैन

भाग्यचक्र उज्जैन

केमद्रुम योग पूजन

केमद्रुम योग या दोष का निर्माण चंद्रमा के कारण होता है यदि चंद्रमा से द्वितीय तथा द्वादश स्थान में कोई ग्रह नहीं होता है तथा चंद्रमा के साथ किसी ग्रह से युती व शुभ ग्रहों द्वारा दृष्ट नहीं होता है तो केमद्रुम दोष/योग का निर्माण होता है इस दोष में उत्पन्न जातक का जीवन अत्यंत ही कष्टमयी व संघर्षमयी होता है उसे अपने जीवन काल में दरिद्रता का सामना करना पड़ता है। व जातक के जीवन में धन का अभाव बना रहता है जातक अशिक्षित,मुर्ख अथवा दरिद्र हो सकता है। परंतु कई बार इस योग के विपरीत परिणाम भी देखने में आए हैं।

केमद्रुम शांति पूजन

इस दोष की शांति करवाने के पश्चात जातक के जीवन मे इस दोष से होने वाली समस्याओं में कमी आती है अथवा उन समस्याओ से मुक्ति पाता है व सुख समृद्धि में वृद्धि होती है।